बॉस और कर्मचारी

*****बॉस और कर्मचारी******कई जगह कार्यालय में अधीनस्थ कर्मचारी अपने बॉस से ज्यादा समझदार या एक्टिव होते हैं, ऐसे लोगों को हैंडल करने का तरीका यदि बोस को नहीं आता तो उसे दिक्क्क्त होती है ,क्योंकि वह व्यक्ति हर जगह बोस से ज्यादा चर्चे व सम्मान बटोरता है,यहां पर अयोग्य अधिकारी मेमो देने या acr खराब करने का काम करता है लेकिन योग्य अधिकारी ऐसे तरीके अपनाते हैं कि सांप भी मर जाये और लाठी भी न टूटेऐसी ही एक घटना याद आती है । एक समय जिले में एक डिप्टी कलेक्टर हर जगह अपनी अपनी चलाते रहते, वह राजनीतिक रूप से भी एक मंत्री के दामाद थे तो कोई कुछ कह न पाता ,मीटिंग में हर जगह कलेक्टर साहब को कुछ सलाह भी दे देते ,हालांकि वह कलेक्टर साहब को सम्मान के साथ ही सलाह देते लेकिन कलेक्टर साहब को सलाह देने का मतलब ठीक नहीं होता, आखिर एक दिन बीच मीटिंग में कलेक्टर साहब ने उन डिप्टी कलेक्टर की काफी तारीफ की और कहा” जिले के इस एक काम को आपके अलावा कोई नहीं कर सकता, आपकी पहुंच के सामने कोई नहीं लगता,इसलिए इस काम को आप ही करके दिखाओ और उन सभी लोगों का मुहं बन्द करदो जो यह मानते हैं कि इस काम को हमारे जिले में कोई नहीं कर सकता ,”डिप्टी कलेक्टर खुश होगये और बोले आप बस बजट और संसाधन दे दें और सब मुझ पर छोड़ देंकलेक्टर साहब ने स्टेनो को इशारा कर एक मैप मंगाया और दिखाया कि इस नदी की धारा को गांव के पास से मोड़ना है, औऱ कार्य के लिए बजट भी अलॉट कर दिया, उसके बाद से डिप्टी कलेक्टर साहब सामने आने से बचने लगे, जो भी मिलता चर्चा करने लगता कि साहब हुआ क्या, और वह काम ऐसा था जो सम्भव नहीं था, उसके लगभग 3 महीने बाद कलेक्टर साहब ने चर्चा में कहा ऐसे लोगों को डील करने का यही तरीका है, तो किसी ने पूछा यदि वह इस काम को कर लेते तो, तो इससे बड़े काम का आदेश तैयार कर लिया जाता , चारों तरफ हंसी का माहौल छा गया ।हर कार्यालय में जो अपने बॉस के सामने ज्यादा एक्टिव बनता है वह ऐसे ही कामों से दबा रहता ह, इसलिए अपने काम को ईमानदारी से करते रहें व बॉस के द्वारा पूछे जाने पर ही सलाह देने का काम करें (जैसा पूर्व में बताया था कि अधिकांश लोग अपने अयोग्यता के स्तर को प्राप्त कर चुके होते हैं)